एक कुंए की सफाई के दौरान बड़ी संख्या में बमों और हेण्ड ग्रेनेड के खोल मिले। जाने पूरा मामला क्या हैं…
एमपी की संस्कारधानी में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक कुएं की सफाई के दौरान बड़ी संख्या में बमों का जखीरा और हैण्ड ग्रेनेड के खोल मिले । इसकी बरामदगी तब हुई जब नगर निगम की टीम आमानाला बस्ती में कुएं की सफाई के लिए उतरी , कुएं की तलछटी में खोल देखते ही निगम कर्मी दहशत में आ गए।आमानाला केंद्रीय सुरक्षा संस्थान आयुध निर्माणी खमरिया(ओएफके) से करीब 2 किलोमीटर दूर स्थित हैं। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस समेत सेना और ओएफके के अफसरों समेत फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंच गई । पुलिस ने कुएं से निकले हैण्ड ग्रेनेड का एक और बमों के 52 खोल जब्त कर लिए हैं।
पिछले साल भी हुई थी सफाई , कुछ नही मिला
क्षेत्रीय पार्षद दामोदर सोनी ने बताया कि कुआं की पिछले साल भी निगम ने सफाई कराई थी ,तब ऐसा कुछ भी नही मिला था । अचानक से बम के खोखे कहां से आ गए यह जांच का विषय बना हुआ हैं।उनका कहना है कि यह माल चोरी का हो सकता है। स्केप के जरिए लाया गया होता तो कोई कुएं में क्यों फेंकता।
जांच में जुटी पुलिस ,जांच से होगी पुष्टि
पुलिस के अनुसार जिस जगह पर कुएं में खोल मिले ,वह खमरिया की लॉग प्रूफ रेंज के पास है। प्रथम दृष्टया बम के खोखे और ग्रेनेड देखने के बाद ओएफके प्रबंधन ने अपने यहां के उत्पाद होने से इंकार कर दिया है। इससे मामला उलझ गया है। हालाकि कुछ लोग टेस्टिंग क्षेत्र से अवशेष बीनने की बात कही है,लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई हैं। आगे की जांच में चल पायेगा कि यह उत्पाद किसके हैं, क्योंकि हर उत्पाद में कोड वर्ड में जानकारी लिखी होती है।इसका पता फोरेंसिक जांच में चल पाएगा। आशंका यह भी जताई जा रही है कि एक साल पूर्व एक कबाड़खाने में रखे बमों के खोखों में विस्फोट हुआ था,जिसके बाद पुलिस ने जांच की थी ।आशंका जताई जा रही कि पकड़े जाने के डर से वह खोखे लोगों ने वहां फेंके होंगे।
फॉरेंसिक जांच से होगा खुलासा
पुलिस खोखों की फॉरेंसिक जांच कराएगी,ताकि उनमें लिखे नंबर और कहां बने हैं इसका पता लगाया जा सके।इसके लिए खोखों को एफएसएल समेत ओएफके भेजा जाएगा,ताकि यह पता चल सके कि खोखे कहा के हैं और कितने पुराने हैं ,फोरेंसिक जांच से पता चल पाएगा।
